तकलीफ़ होती है, जब दिल दर्द के समुन्दर में उतर जाए,
तकलीफ़ होती है, जब दिल में यादों के खंजर उतर जाए,
तकलीफ़ होती है, जब शमा से परवाना जुदा हो जाए,
तकलीफ़ होती है, जब नज़रों से दर्द का पैमाना गुज़र जाए...
कुछ बूँदें चेहरे पर असर कर जाती है,
दिल के खालीपन को चेहरे पर नज़र कर जाती है,
बूंदों का भीगापन, इतना अन्दर तक असर होगा,
कि दिल कि ख्वाहिशों का समुन्दर, चेहरे पर नज़र कर जाती है,
दिल के खालीपन को चेहरे पर नज़र कर जाती है,
कुछ बूँदें चेहरे पर नज़र कर जाती है...
आज फिर रोयेंगे बादल, मेरे बे-ज़ार दर्द पे,
आज फिर बहेंगे अश्क, प्यार के इस मर्ज़ पे,
दर्द दिल में यूँ भरेगा, प्यार के इस क़र्ज़ पे,
धीरे-धीरे क़त्ल होगा, प्यार की ही तर्ज़ पे...
शेर-दिल रोया नहीं करते, होसले यूँ खोया नहीं करते,
दर्द में तड़प जरूर जाते है पर दर्द से यूँ खुद को भिगोया नहीं करते,
दर्द जब नासूर सा बन चुभने लगे, दिल के कोने-कोनो में,
दर्द से तपाद जरूर जाते है, दर्द से यूँ खुद को भिगोया नहीं करते,
शेर-दिल रोया नहीं करते, होसले यूँ खोया नहीं करते....
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