Tuesday, June 18, 2013

तेरे बिन...

















क्यूँ दिल नहीं लगता तेरे बिन,
क्यूँ याद सताती रहती है,
एक आस जुड़ी है साँसों से,
जो याद दिलाती रहती है,
एक नाम है धुंधला-धुंधला सा,
एक बात सुनाई देती है,
क्यूँ दिल नहीं लगता तेरे बिन,
क्यूँ याद सताती रहती है ।

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