Friday, March 18, 2011

आज बड़ी घुटन है अन्दर...

आज बड़ी घुटन है अन्दर, कोफ़्त भी बहुत होती है,
शायद तेरा ख्याल सता रहा है, जिसकी कमी तुम्हे कभी महसूस न होती है,
मैं तो कल भी तनहा था, आज भी तनहा हूँ कल की तरह,
पर तेरे ख्यालों में, मेरी कमी महसूस न होती है...

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