Tuesday, December 13, 2011

जब रिश्तों में घुटन बढ़ जाए...

जब रिश्तों में घुटन बढ़ जाए तो रिश्ते तोड़ देना,
मुस्कुराकर अपनों से मुंह मोड़ लेना,
क्यूंकि दर्द उनके हिस्से आये, यह अच्छी बात नहीं,
इसलिए, खुद अपने क़दमों का मुंह मोड़ लेना,
जब रिश्तों में घुटन बढ़ जाए तो रिश्ते तोड़ लेना,
वो चेहरे की मुस्कराहट पर, अश्कों के मोती न अच्छे है,
कुछ हम भी सच्चे थे, कुछ वो भी अच्छे है,
उनसे बिछड़ने का दर्द, सिर्फ उनके हिस्से आये, यह अच्छी बात नहीं,
इसलिए, खुद अपने क़दमों का मुंह मोड़ लेना,
मुस्कुराकर अपनों से मुंह मोड़ लेना,
जब रिश्तों में घुटन बढ़ जाए तो मुस्कुराकर रिश्तों तोड़ देना...

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