उठाओ रंग, भरो पिचकारी,
खा मत जाना गुजिया सारी,
रंगों की ये बरखा न्यारी,
खुशियाँ दे ये होली प्यारी ।
भांग भरो तर दो नर-नारी,
दुःख न हो, ख़ुशी-चिंतन सारी,
उठाओ रंग, भरो पिचकारी,
खुशियाँ दे ये होली प्यारी ।।
खा मत जाना गुजिया सारी,
रंगों की ये बरखा न्यारी,
खुशियाँ दे ये होली प्यारी ।
भांग भरो तर दो नर-नारी,
दुःख न हो, ख़ुशी-चिंतन सारी,
उठाओ रंग, भरो पिचकारी,
खुशियाँ दे ये होली प्यारी ।।
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