तेरे पंखों पर शक नहीं...
तेरे पंखों पर शक नहीं, इरादे पर गुमान है,
सपनों की हकीकत से हो रु-ब-रु, यह आस्मां भी नया है,
कर होसलों को बुलंद इतना की आस्मां भी कम निकले,
क्यूंकि ये अंदाज़-इ-बयाँ, होसला-इ-दरमियान है |
सपनों की हकीकत से हो रु-ब-रु, यह आस्मां भी नया है,
कर होसलों को बुलंद इतना की आस्मां भी कम निकले,
क्यूंकि ये अंदाज़-इ-बयाँ, होसला-इ-दरमियान है |
सोचते-सोचते...
सोचते-सोचते एक ख्याल आया,
जाने क्यूँ दिल में एक सवाल आया,
कि, क्यूँ खुदा सा आज तुझको पाया,
क्या तुझमे रब है समाया,
जब नज़रें तुझसे फेरी, खुद से दूर पाया,
आज जाने क्यूँ तू रब सा नज़र आया,
सोचते-सोचते एक ख़्याल आया,
जाने क्यूँ दिल में एक सवाल आया |
जाने क्यूँ दिल में एक सवाल आया,
कि, क्यूँ खुदा सा आज तुझको पाया,
क्या तुझमे रब है समाया,
जब नज़रें तुझसे फेरी, खुद से दूर पाया,
आज जाने क्यूँ तू रब सा नज़र आया,
सोचते-सोचते एक ख़्याल आया,
जाने क्यूँ दिल में एक सवाल आया |
पाना-खोना...
कुछ पाने का, कुछ खोने का, जाने कैसा सपना है,
कभी पास हुआ, कभी दूर हुआ, फिर भी वो क्यूँ अपना है,
भर कर झोली में, झांके मन,
मन विचलित सा, मन कौतुहल,
कुछ पाने का, कुछ खोने का, जाने कैसा सपना है,
कभी पास हुआ, कभी दूर हुआ, फिर भी वो क्यूँ अपना है |
कभी पास हुआ, कभी दूर हुआ, फिर भी वो क्यूँ अपना है,
भर कर झोली में, झांके मन,
मन विचलित सा, मन कौतुहल,
कुछ पाने का, कुछ खोने का, जाने कैसा सपना है,
कभी पास हुआ, कभी दूर हुआ, फिर भी वो क्यूँ अपना है |
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