Friday, November 30, 2012

दिन देखे मैंने नए-नए...

कुछ खोया मैंने, पर कुछ मैंने पाया है,
दिन देखे मैंने नए-नए, नित-दिन कुछ सिखाया है,
गम नहीं कुछ खोने का, अपना सबहु बनाया है,
प्यार बाटा बस दुनिया में, जीवन इसे बनाया है,
कुछ खोया मैंने, पर कुछ मैंने पाया है,
दिन देखे मैंने नए-नए, नित-दिन कुछ सिखाया है ।

जो अपना था, वो अपना है,
बस दिल में जगह बनायीं है,
जो सपना था, वो कब अपना है,
बस दिल से उसे लगाया है,
दिन देखे मैंने नए-नए, नित-दिन कुछ सिखाया है,
गम नहीं कुछ खोने का, अपना सबहु बनाया है,
प्यार बता बस दुनिया में, जीवन इसे बनाया है,
कुछ खोया मैंने, पर कुछ मैंने पाया है,
दिन देखे मैंने नए-नए, नित-दिन कुछ सिखाया है ।।

No comments:

Post a Comment