Tuesday, January 3, 2012

दे दो उसको पंख नए...

जोड़ो खुद की कल्पनाओ को, दे दो उसको कुछ पंख नए,
रंग दो सारे चेहरों को, जो काले पड़ गए जंग लगे,
चाहे हरा रंगों या लाल रंगों, हर चेहरा खुश-हाल रंगों,
सबके दुःख और दर्द मिटा कर, हर चेहरा खुश-हाल रंगों...

चेहरे का मोती भी चमके सोना, फीकी पड़ती मुस्कान न हो,
रंग दो सारे चेहरों को, जहाँ अलग-थलक का मान न हो,
जोड़ो खुद की कल्पनाओ को, दे दो उसको कुछ पंख नए,
रंग दो सारे चेहरों को, जो काले पड़ गए जंग लगे,
कुछ-कुछ चेहरों पर लिख दो,
जो आये, जी भर लिख दो,
कोई झूठी सच्ची शान न हो,
दिखावे का सम्मान न हो,
रंग दो सारे चेहरों को, जो काले पड़ गए जंग लगे,
जोड़ो खुद की कल्पनाओ को, दे दो उसको पंख नए...

No comments:

Post a Comment