दिन हुआ है, रात भी होगी,
कुछ पल मिलेंगे तो बात भी होगी,
ज़िन्दगी चाहे छोटी सी हो,
पर तुम्हारे साथ की एक आस भी होगी,
दिन हुआ है तो रात भी होगी...
गर! सफ़र साथ हुआ,
कदम-हम-कदम मिलायेंगे,
मिलने की तमन्ना तो करके देखे,
खिदमत में हाज़िर पायेंगे,
हाँ, दोस्ती की है, बा-जरूर निभाएंगे,
ज़िन्दगी रहे न रहे, खुद की महक छोड़ जायेंगे,
कुछ पल मिलेंगे ज़िन्दगी के तो बात यूँ भी होगी,
चाहतों की मुलाकात भी होगी,
एक साथ की आस जागी है,
यूँ दिन हुआ है तो रात भी होगी...
No comments:
Post a Comment