बहुत कमज़र्फ हो, तेरे मुर्दे जिस्म को गले से लगाया,
अश्क, एक भी न गिरा सका, क्यूंकि मैं मर्द था,
हाँ, तेरे जाने से गम्ज़र्द था,
पर मैं रो भी न सका, क्यूंकि मैं मर्द था,
हाँ, छोटा सा लाया था तुझको,
अपने बच्चे से पाया था तुझको,
पलकों में अश्क थे, पर चेहरा यूँ भिगो न सका,
सब रो दिए यह कह "तू चला गया" हमे छोड़ कर,
पर मैं रो भी न सका क्यूंकि मैं मर्द था...
अश्क, एक भी न गिरा सका, क्यूंकि मैं मर्द था,
हाँ, तेरे जाने से गम्ज़र्द था,
पर मैं रो भी न सका, क्यूंकि मैं मर्द था,
हाँ, छोटा सा लाया था तुझको,
अपने बच्चे से पाया था तुझको,
पलकों में अश्क थे, पर चेहरा यूँ भिगो न सका,
सब रो दिए यह कह "तू चला गया" हमे छोड़ कर,
पर मैं रो भी न सका क्यूंकि मैं मर्द था...
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