Monday, January 2, 2012

साल की वो आख़िरी रात...

साल की वो आख़िरी रात,
चार दोस्त, हांथों में हाँथ,
कुछ किस्से यार पुराने से,
कुछ ताज़ा नये ज़माने से,
खाने पर लड़ते, बचपन के ज़माने से,
चेहरों में यादों को खोजा करते नये तराने से,
कुछ हसरत नये साल को ताज़ी,
कुछ यादें कल की फीकी बासी,
मिले जो यार, कल गुज़रे ज़माने से,
याद आये, किस्से नये पुराने से,
वो चार दोस्त, हांथों में हाँथ,
साल की वो आख़िरी रात...

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