ये घोसला, ये रैन-बसेरा,
ये यौवन, ये तन मेरा,
बस कहने को यह मेरा, बस नज़रों का है चेहरा,
इस वक़्त, बे-वक़्त की बातों का, सदियों से है पहरा,
ये घोसला, ये रैन-बसेरा...
जो मन लागा, मैं उसमे रम गया,
जो तन लागा, मैं उसमे जम गया,
ये लफ़्ज़ों का यौवन, ये बातों का घेरा,
बस कहने को यह मेरा, बस नज़रों का है चेहरा,
ये घोसला, ये रैन-बसेरा...
कभी डाल-डाल, कभी पात-पात,
कभी झूमु यहाँ, कभी करू बात,
बस इतना सा है कहना,
बस कहने को यह मेरा, ये लफ़्ज़ों का है घेरा,
ये घोसला, ये रैन-बसेरा...
ये यौवन, ये तन मेरा,
बस कहने को यह मेरा, बस नज़रों का है चेहरा,
इस वक़्त, बे-वक़्त की बातों का, सदियों से है पहरा,
ये घोसला, ये रैन-बसेरा...
जो मन लागा, मैं उसमे रम गया,
जो तन लागा, मैं उसमे जम गया,
ये लफ़्ज़ों का यौवन, ये बातों का घेरा,
बस कहने को यह मेरा, बस नज़रों का है चेहरा,
ये घोसला, ये रैन-बसेरा...
कभी डाल-डाल, कभी पात-पात,
कभी झूमु यहाँ, कभी करू बात,
बस इतना सा है कहना,
बस कहने को यह मेरा, ये लफ़्ज़ों का है घेरा,
ये घोसला, ये रैन-बसेरा...
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