Tuesday, December 18, 2012

भूख...









क्या हुआ है लोगों को,
क्यूँ इतने बेताब है,
क्या बस हवस जली है तन में,
क्यूँ भूख बड़ी बदजात है,
न माँ-बहन, न बेटी,
क्यूँ जिस्म की बस प्यास है,
क्या हुआ है लोगों को,
क्यूँ इतने बेताब है ।

तंत्र निकम्मा, मंत्र निकम्मा,
देश का प्रजातंत्र निकम्मा,
लोग बड़े बदजात है,
क्या हुआ है लोगों को,
क्यूँ इतने बेताब है,
न माँ-बहन, न बेटी,
बस जिस्म की प्यास है,
क्या हुआ है लोगों को,
क्यूँ इतने बेताब है ।।

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