छोटे बड़े का खेल है सारा,
कोई बड़ा सगा, तो कोई छोटा प्यारा,
लफ़्ज़ों का यह खेल नयारा,
छोटे बड़े का खेल है सारा ।
कह कर अपना जो हाथ बढ़ाया,
संग मैं भी खिचता चला आया,
कह कर अपना जो गले लगाया,
दिल से जुड़ा मैंने खुद को पाया,
कोई बड़ा सगा, तो कोई छोटा प्यारा,
लफ़्ज़ों का यह खेल नयारा,
छोटे बड़े का खेल है सारा ।।
कोई बड़ा सगा, तो कोई छोटा प्यारा,
लफ़्ज़ों का यह खेल नयारा,
छोटे बड़े का खेल है सारा ।
कह कर अपना जो हाथ बढ़ाया,
संग मैं भी खिचता चला आया,
कह कर अपना जो गले लगाया,
दिल से जुड़ा मैंने खुद को पाया,
कोई बड़ा सगा, तो कोई छोटा प्यारा,
लफ़्ज़ों का यह खेल नयारा,
छोटे बड़े का खेल है सारा ।।
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