Tuesday, August 2, 2011

अब तो ख़्वाबों से भी जुदा होने लगा...

पहले जज्बातों से, अब तो ख़्वाबों से भी जुदा होने लगा,
दिन भर सोचता रहता हूँ, जाने क्या मुझे होने लगा,
यादें क्यूँ तनहा सी होने लगी,
बातें क्यूँ तनहा सी होने लगी,
तकिये के सिरहाने भी गीले हो, क्यूँ जुदा होने लगे,
यादें क्यूँ दिल घर करने लगी, मुझसे क्यूँ जुदा होने लगी,
दिन भर सोचता रहता हूँ, जाने क्या मुझे होने लगा,
पहले जज्बातों से, अब तो ख़्वाबों से भी जुदा होने लगा...

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