ये चाहत कुछ अच्छी नहीं,
दर्द की आहट कुछ अच्छी नहीं,
बस दिल तड़पता रहता है अंदर-अंदर,
यूँ जज्बातों से खेलने की आदत अच्छी नहीं…
चाहतों का, दर्द क्यूँ बढ़ जाता है,
ख्वाहिशों का, मर्ज़ क्यूँ बढ़ जाता है,
दिल को बस एक आस पर ज़िन्दा रख लेते है लोग,
क्यूँ ये चाहत का असर पड़ जाता है,
यूँ दर्द
की आदत अच्छी नहीं,
ऐसी चाहत अच्छी नहीं…
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