अब दिल में ख़्याल अच्छे आते है,
कुछ दिल में सवाल अच्छे आते है,
करने लगता हूँ जब खुद से तेरी बातें,
तो मिजाज़-इ-रंगत बदल जाती है,
यह अजीब सा रोग हो गया जाने मुझे,
क्यूँ इतने ख़्याल अच्छे आते है,
दिन में सोचता हूँ, रात की बातें,
और, यूँ दिल में सवाल अच्छे आते है...
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