अगर यह रात न होती तो ख़्वाबों में तुझसे बात न होती,
न होती सरसराहट दिलों में, न यूँ प्यार की बरसात होती,
कह देता तुझसे मिल कर मैं, हाल-इ-दिल हसरत अपने दिल की,
अगर तू न होती तो तकिये पर रातों को यूँ बरसात न होती,
अगर यह रात न होती तो ख़्वाबों में तुझसे बात न होती…
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