Monday, August 22, 2011

आज क्यूँ अचानक...

आज उनकी याद क्यूँ अचानक आ गयी,
चेहरों पर मुस्कराहट थी, फिर क्यूँ गम की घटा छा गयी,
यादें क्यूँ ताज़ा सी थी, बात कल की तरह,
आहें क्यूँ ज्यादा सी थी, रात कल की तरह,
जाने क्यूँ फिर गम की घटा छा गयी,
आज अचानक क्यूँ उनकी याद आ गयी...
रिश्तें क्यूँ कच्चे-पक्के से हो गए,
राहों में तन्हा हम खो गए,
क्या लोगों से जुदा हो गए,
या फिर लोग ही मुझसे जुदा हो गए,
दिल खोया क्यूँ गहन ख्यालों में,
यादें क्यूँ उलझी यूँ ही सवालों में,
जाने क्यूँ यूँ गम की घटा छा गयी,
आज क्यूँ अचानक उनकी याद आ गयी...

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