कल रात कोई आईना दिखा गया,
सबके जुदा होने की वजह बता गया,
रिश्ते बाँधने की कोशिश न की थी कभी,
मुठ्ठी से गिरती रेत की, गिरने की वजह बता गया,
जानता मैं भी था, हाल-इ-दिल अपना,
पर आज चेहरे से कोई धूल हटा गया,
सबके जुदा होने की वजह बता गया,
कल रात कोई मुझे आईना दिखा गया…
No comments:
Post a Comment