क्यूँ दिल नहीं लगता उसके बिन, क्यूँ याद सताती रहती है,
क्यूँ मेरे हर लफ़्ज़ों में, उसकी ही कहानी रहती है,
एक रोज़ बता कर मैं उसको, कह दो दिल की हसरत,
क्यूँ मेरे उन लफ़्ज़ों में, मेरी, न आवाज़ सुनाई देती है,
क्यूँ दिल नहीं लगता उसके बिन, क्यूँ याद सताती रहती है…
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